पाठ 10
चिड़िया का गीत
सबसे पहले मेरे घर का,
अंडे जैसा का आकारl
तब मैं यही समझती थी बस,
इतना सा ही है संसारll
फिर मेरा घर बना घोंसला,
सूखे तिनकों से तैयारll
तब मैं यही समझती थी,
इतना सा ही है संसारll
फिर मैं निकल गई शाखों पर,
जो थी हरी-भरी सुकुमारl
तब मैं यही समझती थी बस,
इतना सा ही है संसारll
जब मैं आसमान में,
उड़ी दूर तक पंख पसारl
तभी समझ में मेरी आया,
बहुत बड़ा है यह संसारll
3.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक या दो वाक्य में लिखो:-
( क) चिड़िया के घर का आकार सबसे पहले कैसा था?
1. चिड़िया के घर का आकार सबसे पहले अंडे जैसा थाl
( ख) चिड़िया का घोंसला किस चीज से बना था?
2. चिड़िया का घोंसला सूखे तिनको से बना था
(ग) पेड़ की शाखाएं कैसी थी?
3. पेड़ की शाखाएं हरी-भरी कुमार थीl
4.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर चार या पांच वाक्य में लिखो?
( क) खुले आसमान में उड़ते हुए चिड़ियों को क्या समझ में आया ?
1. खुले
आसमान में उड़ते हुए चिड़ियों को समझ में आया कि आसमान बहुत बड़ा है जब
वह
उड़ नहीं सकती थी उन्हें लगता था कि संसार बहुत ही छोटा है आखिर जब वह आसमान में उड़ी दूर-दूर तक अपने पंख पसारे तो उन्हें समझ आया कि संसार बहुत बड़ा है